पारम्परिक कलाओं के उत्सव 'लोकरंग' में चौथे दिन 29 जनवरी को 'देशान्तर' उपक्रम में मयूरी ग्रुप में रूस की युवा कलाकारों की भारतीय शैली में हिंदी गीत देश मेरा रंगीला.. पर रविन्द्र भवन के मुक्ताकाश मंच पर नृत्य-गायन की प्रस्तुति अद्भूत थी। संध्या कार्यक्रम की शुरूआत देशराग के अंतर्गत श्री शाहिर अवधूत बापूराव विभूते (महाराष्ट्र) एवं साथियों ने 'पोवाड़ा गायन' की प्रस्तुति से हुई। पोवाड़ा गायन वीर योद्धाओं को युद्ध में उत्साहित करने के लिए प्रस्तुत किया जाता है।