लखनऊ। दिल्ली हिंसा को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को खत लिखा है। जिसमें उन्होंने पीड़ितों को हर संभव मदद के लिए अपील की है। मायावती ने कहा,‘‘महामहिम आपको चिट्ठी लिखने का एक खास मकसद ये है कि दिल्ली दंगों में जिन लोगों को जानी-माली नुकसान हुआ है तथा जो लोग घायल हुए हैं उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए आप केंद्र और दिल्ली सरकार को निर्देशित करें, ताकि यहां दंगों में पीड़ित व प्रभावित लोगों को दिन-प्रतिदिन की जिंदगी की जरूरतों के लिए दर-दर भटकने की बुरी नौबत से बचाया जा सके।’’ मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे देश ने देखा और महसूस भी किया कि बीजेपी व इनकी सरकार अपनी कानूनी व संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाने में काफी हद तक विफल ही रही है। जिसके फलस्वरूप दिल्ली में अबतक 3 दर्जन से ज्यादा लोगों की जानें चली गई हैं। मायावती ने दंगे की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग की है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजे पत्र में मायावती ने कहा है कि दिल्ली दंगे में बड़े पैमाने पर जान माल की हानि हुई है। यह भी सच है कि दिल्ली 1984 जैसे दंगे से बच गई। इसकी जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में कराई जानी चाहिये ताकि इसका कोई नतीजा निकल सके और जनता को यह लीपापोती नहीं लगे। मायावती ने कहा कि दिल्ली में हुआ दंगा बहुत की दुर्भाग्यपूर्ण है जिसमें पुलिस और खुफिया विभाग की नाकामी साफ दिखाई देती है । उन्होंने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि दंगे में जिन लोगों को जान माल का नुकसान हुआ है उसे केंद्र और दिल्ली सरकार से उचित मुआवजा दिलाया जाय। उन लोगों के खिलाफ कड़ी कारर्वाई की जानी चाहिये जो इसके जिम्मेवार हैं।